चाहतों का समुन्दर बनाना आसान है,
लेकिन मुश्किल है अपनी आशाओं की प्यास बुझाना,
नदी में पत्थर फेंकने वाले तो बहुत मिल जाएंगे,
लेकिन मुश्किल है साहिल पाना |
दूर से आप समुद्र की गहराई नहीं नाप सकते,
उसके लिए भॅवर में पड़ेगा जाना,भॅवर में जाना आसान है,
लेकिन मुश्किल है उससे उभरकर आना,
बड़ा मुश्किल है अपनी आशाओं की प्यास बुझाना…
कभी सुना है आपने नदी का बाना,
चाहती है वह इतने विशाल समुद्र को पाना,
फिर भी पा ही लेती है वो अपनी मंजिल को,
ये तो है हम सबने माना,
बड़ा मुश्किल है अपनी आशाओं की प्यास बुझाना…
कभी खोया है आपने किसी अपने को ?
फिर तो जानते होंगे कितना मुश्किल है दर्द को छुपाना,
बड़ा मुश्किल है मरे हुए को जलाना,
बड़ा आसान है उसे अपनी यादों में फिर से जिन्दा कर पाना,
बड़ा मुश्किल है अपनी आशाओं की प्यास बुझाना…
यूँ तो हर कोई कह देता है तेरे लिए तारें तोड़ लाऊंगा,
लेकिन बहुत मुश्किल है चाँद से उसके तारें तोड़ लाना,
बड़ा मुश्किल है अपनी आशाओं की प्यास बुझाना…
चित्र स्त्रोत -Success magazine