मैं शब्द रहूं और तुम रहो अर्थ

हम एक दूसरे का कप तो भरे
लेकिन जरूरी नहीं एक कप से पिए,
तू मेरी और मैं तेरी भूख का ध्यान रखूँ
चल इसी सोच से ज़िन्दगी जिए |

Read More