तुम कितनी जल्दी बड़े हो गए !
सोलह, सत्राह और बीत गया अठारा
टॉप के कॉलेज में नाम आ गया तुम्हारा
तुम बड़े लगे जब ग्रेजुएशन कैप तुमने हवा में फेंकी थी
इससे बड़ी ख़ुशी ना कभी हमारी आँखों ने देखी थी
सोलह, सत्राह और बीत गया अठारा
टॉप के कॉलेज में नाम आ गया तुम्हारा
तुम बड़े लगे जब ग्रेजुएशन कैप तुमने हवा में फेंकी थी
इससे बड़ी ख़ुशी ना कभी हमारी आँखों ने देखी थी